
Sankalpmollick:- राजनीति बहुत बेकार चीज है, नेताओं को मै मूर्खों की जमात समझता हु, उन्हें अपनी ओर कुछ नया नहीं करना होता है, पर्ची पे लिख कर आता है वहीं निर्देश पालन करना होता है, एक मोटिवेटेड व्यक्ति जब शुरू शुरू में कोई भी पार्टी ज्वाइन करता है न फिर उसे 3-4 महीनों में सब समझ में आ जाता है। अगर निर्देश आया कि : अक्ल बड़ी की भैंस के प्रश्न में तुम्हे भैंस के पक्षों से बल्लेबाजी करनी होगी तो तुम्हे वही करनी होगी, वरना तुम निकाल दिए जाओगे । भारत विकसित देश होता अगर नेताओं को परीक्षा देकर बननी होती तो, पर करते भी क्या संविधान समिति, जातियों के नाम पर जो जुल्म हुआ उसी के कारण नेताओं को परीक्षा न देने की सौभाग्य प्राप्त हुआ।